Hare Krishna
सावन
सावन में श्री वृन्दावन अपने अति सुन्दर स्वरुप में प्रगट हो कर श्री कृष्ण भक्तो पर परिपूर्ण दया बरसता है
श्री कृष्ण भक्त सावन में वृन्दावन तीर्थयात्रा कर स्वयं के लिए कृष्ण लोक का वास सुरक्षित करते है
यद्दपि कार्तिक की गरिमा अभूतपूर्व है तब पर भी सावन का अपमा महत्त्व है
भगवान् श्री कृष्ण सावन माह में विशेष रूप से श्री वृन्दावन में उपस्थित रह कर भक्तो द्वारा की गई पूजा को स्वीकार करते है
सावन माह में वृन्दावन के मूलत सभी मंदिर विशेष पूजा का आयोजन करते है श्री भागवत सप्ताह व् अन्य कृष्ण प्रेम लीलाए का सर्वदा समावेश रहता है
सावन में श्री गोपिश्वर भगवान् के मंदिर में विशेष पूजा आयोजन की जाती विशेष कर श्रवण सोमवार को
श्री बिहारी जी के मंदिर की भव्यता अपनी चरम सीम पर पहुच जाती है भक्त बहुत प्रकार से बंगला सजाने की परिक्रिया में सहयोग देते है नित्य प्रति बिहारी जी नए स्वरुप में प्रगट हो कर भक्तो के मनोरथ पूर्ण करते है
श्री वृन्दावन की सभी सिद्ध पीठ इस पावन माह को परिपूर्ण रूप से कृष्ण भक्ति का रूप देती है
श्री वृन्दावन के बाज़ार भी इस माह को परिपूर्ण मान देते है व् तीर्थ यात्रिओ का सब प्रकार से सहयोग करते है
श्रवण माह व् श्री वृन्दावन तीर्थ परम पुण्य कारी ही नहीं अपितु मनोरथ पूर्ण कारी भी है
ऐसी मान्यता है की देव लोक से भी देवता श्रवण पर्व पर श्री वृन्दावन आते है और यहाँ आए भक्तो पर अपनी कृपा बरसाते है सभी देवताओ की पूजा का यह पावन काल होता है श्री वृन्दावन में
आज भी योगी इस द्रश्य का अबलोकन करते है की श्री वृन्दावन में श्री कृष्ण राधा जी को झुला झुलाते है
श्री यमुना जी श्री वृन्दावन सावन उत्सव को परिपूर्ण करने हेतु सम्पूर्ण मर्यादा से प्रगट हो कर सभी को आशीर्वाद देती है
Sri Vrindavan is very abode of lord Krishna on the planet and it is known to one and all on the track of devotion. There are two most auspicious months among all the 12 months of a year; they are Sri Sri Saawan or shravan and Sri Kartik.
Sri Sawan is reaching fast starts from 19th July till 16th august.
Divine celebration in Sri Vrindavan is unique, not only man but gods also pave in to pay their homage in the land of Krishna.
Indeed it is a month that bestower of wishes,
Sri Vrindavan appear in a very new look in sawan, small shops all around to facilitate the devotees on various chapters of life with all divine touch. and lot of devotees from all over India to offer their prayer under the lotus feet of lord Krishna.
Devotees earn blessings from Sri Vrindavan in all respect with all ease in Saawan.
May lord bless all.
Thanks please.
जय श्री राधे -जय श्री राधे -जय श्री राधे
जय श्री वृन्दावन -जय श्री वृन्दावन -जय श्री वृन्दावन